युनाइटेड भारत के दो पत्रकारों का कारनामा : अश्लील क्लीपिंग के बल पर शादी के बाद भी करते रहे शोषण : इलाहाबाद में पत्रकारिता को कलंकित करने वाला मामला सामने आया है. यह न केवल शर्मनाक है बल्कि मीडिया के चमकते स्क्रीन और सफेद पन्ने के पीछे का स्याह सच भी सामने लाया है. शहर के दो पत्रकारों ने एक नवोदित महिला पत्रकार को नौकरी दिलाने का झांसा दे कर न केवल उसके साथ नजदीकी संबंध बनाए बल्कि उसकी अश्लील क्लीपिंग भी तैयार कर ली.
इस क्लीपिंग के बल पर वो महिला पत्रकार को जबरदस्ती संबंध कायम रखने के लिए मजबूर भी करते रहे. इसकी जानकारी होने पर महिला पत्रकार के परिजनों ने डीआईजी से मामले की शिकायत की है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. जानकारी के मुताबिक इलाहाबाद से प्रकाशित होने वाले दैनिक अखबार युनाइटेड भारत का पत्रकार राजीव चंदेल कटरा में किराए पर रहता था. वहां मकान मालिक की बेटी को उसने अपने रुतबे से प्रभावित कर लिया. राजीव ने उसे पत्रकार बनाने का सब्जबाग दिखाया तथा प्यार का नाटक करते हुए उसने नजदीकी रिश्ते बना लिए. काफी दिनों तक वह युवती को पत्रकार बनाने का झांसा देता रहा. इसके बाद उसने किसी तरह से युवती को अपने ही अखबार में संवाददाता की नौकरी दिलवा दी.
कुछ दिनों बाद जब युवती की शादी हो गई तो उसने अखबार की नौकरी छोड़ दी. विवाह के बाद भी राजीव युवती को अपने साथ संबंध रखने के लिए मजबूर करता रहा. इन दोनों के नजदीकी की खबर राजीव के सहयोगी और उसी के अखबार में काम करने वाले रिपोर्टर पंकज साहू को हो गई. पंकज ने भी युवती को डरा धमकाकर उसके साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया. इसी बीच शातिर दिमाग पत्रकारों ने युवती के कोल्ड ड्रिंक में नशे की गोलियां मिलाकर उसे बेहोश कर दिया तथा उसकी अश्लील क्लीपिंग तैयार की. लगभग आठ मिनट की इस क्लीपिंग में युवती की आपत्तिजनक तस्वीरें खींची.
शादी के लगभग छह माह बाद युवती ने इच्छा जताई तो राजीव ने उसे दूसरे अखबार में नौकरी दिला दी. शादी के बाद सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था मगर युवती की क्लीपिंग बाजार में आ जाने से मामला बिगड़ गया. यह क्लीपिंग युवती के पति के रिश्तेदार के हाथ लगी तो उसने उसे युवती के पति को सौंप दिया. पति-पत्नी में कई दिनों तक तकरार हुई. बात मायके और ससुराल में फैल गई.
मायके के लोगों ने महिला पत्रकार से बात कर मामले की पूरी जानकारी हासिल की. इसके बाद वे सभी लोग अखबार के कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया. दोनों पत्रकारों की धुनाई भी की गई. इसके बाद महिला पत्रकार के परिजन डीआईजी से मिले तथा उन्हें घटना से अवगत कराया। इसके बाद इस मामले की जांच सीओ तथा महिला थाने की एसओ को सौंपी गई है.